" जिस पुस्तक से यह उद्देश्य सिद्ध नहीं होता, जिससे मनुष्य का अज्ञान, कुसंस्कार और अविवेक दूर नहीं होता, जिससे मनुष्य शोषण और अत्याचार के विरुद्ध सिर उठाकर खड़ा नहीं हो जाता, जिससे वह छीना-झपटी, स्वार्थपरता और हिंसा के दलदल से उबर नहीं पाता, वह पुस्तक किसी काम की नहीं है ।
'गद्यं कवीनां निकषं वदन्ति ।' गद्य को कवि की कसौटी कहा गया है क्योंकि अच्छा गद्य लेखक अपने अनुभवों और विचारों की अभिव्यक्ति सरल और सरस भाषा में इस प्रकार करता है कि वह प्रभावपूर्ण हो उठती है। वह अपने विचारों को एक व्यवस्थित क्रम में तथा तर्कपूर्ण ढंग से रखता है। अपनी भाषा को अधिक संप्रेषणीय बनाने के लिए वह कभी मुहावरों का प्रयोग करता है तो कभी लोकोक्तियों का। प्रसंग की आवश्यकता के अनुसार कभी सपाट और सरल भाषा का प्रयोग करता है तो कभी व्यंग्यपूर्ण लाक्षणिक भाषा का । यहाँ गद्य पाठों का संकलन इस दृष्टि से किया गया है कि विद्यार्थी को विविध भाषा - प्रयोगों और व्यवहारों से परिचित कराया जा सके, जिससे भाषा प्रभावपूर्ण और संप्रेषणीय बनती है।
पाठ्यपुस्तक में यथासंभव विविध विधाएँ संकलित करने का प्रयास किया गया है। इन पाठों के द्वारा वैचारिक, वैज्ञानिक तथा ललित निबंधों के अतिरिक्त साहसिक को मिल सकेगा। यात्रा - विवरण, संस्मरण, जीवनी, व्यंग्य, कहानी आदि का सामान्य परिचय विद्यार्थी